महाराष्ट्र ( मुंबई ) कटर हिंदूवादी नेता,और मुंबई के पूर्व उपमहापौर बाबूभाई भवानजी ने कहा है कि भारत के जो लोग सी ए ए का विरोध कर रहे थे उन्हें अब बताना चाहिए कि बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा सताए जा रहे हिंदू और गैर मुस्लिम अब कहां जाएं।
आज एक बयान में भवानजी ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हो रही बर्बरता पर उन सभी जुबानों पर ताला लगा हुआ है जो इजराइल में घुसकर हजारों मासूमों की हत्या करने वाले फिलिस्तीन के आतंकियों के लिए आंसू बहा रहे थे!
बांग्लादेश में जब से शासन की बागडोर कट्टरपंथियों के हाथों आई, तब से हिन्दुओं पर लगातार अत्याचार हो रहा है! बांग्लादेश में हिन्दू अधिकारों की बात करने वाले पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को कट्टरपंथी सरकार ने जेल में ठूँस दिया!
चिन्मय कृष्ण दास के मामले की पैरवी कर रहे वकील रमन रॉय पर कट्टरपंथियों ने जानलेवा हमला किया!वकील रमण रॉय अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है!
उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश की अदालत में चिन्मय कृष्ण दास की ज़मानत याचिका पर सुनवाई थी और वकील के नहीं आने से सुनवाई नहीं हो पाई! अब यह मामला 2 जनवरी तक स्थगित हो गया! अगली सुनवाई अब 2 जनवरी 2025 को होगी. हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले चिन्मय दास जी को जेल में रहना पड़ेगा!
उन्होंने कहा कि भारत में जहाँ हिन्दू बहुसंख्यक हैं, वहां हजारों मासूमों की हत्या करने वाले आतंकियों के लिए भी कोर्ट के दरवाजे आधी रात को खुलते हैं और उन आतंकियों के बचाव में वकीलों की लाइन लग जाती है!वकीलों पर किसी प्रकार का हमला नहीं होता लेकिन आप देखिये बांग्लादेश में जहाँ मुस्लिम बहुसंख्यक है और हिन्दू अल्पसंख्यक वहां तथाकथित धर्म के नाम पर हिन्दुओं के साथ कितने बर्बर जुल्म हो रहे हैं! बांग्लादेश के एक निर्दोष हिन्दू नागरिक को अदालत में अपना केस तक लड़ने का अधिकार नहीं!
भवानजी ने कहा भारत में मोदी सरकार द्वारा लाए गए CAA कानून का जो विरोध कर रहे थे, वो बताएं कि अब बांग्लादेश जो कभी भारत का अभिन्न अंग हुआ करता था, वहां कट्टरपंथियों द्वारा धर्म के नाम पर सताए जा रहे हिन्दू कहाँ जायेंगे? हिन्दुओं को कौन देश शरण देगा? क्या हिन्दू पाकिस्तान जायेंगे? क्या हिन्दुओं को शरण चीन देगा? या फिर अफगानिस्तान?