महाराष्ट्र ( मुंबई )- वरिष्ठ भाजपा नेता और मुंबई के पूर्व उपमहापौर बाबूभाई भवानजी ने कहा है कि जिस इस्कान मन्दिर ने बांग्लादेश के लोगों को दो साल तक भुखमरी से बचाया उसी इस्कॉन मन्दिर के एहसानों का बदला उसे जलाकर चुकाया गया।
*भवानजी ने आज यहां बताया कि खबर आ रही है कि ढाका के इस्कॉन मंदिर को दंगाइयों ने जला दिया ।यह कौम आपके एहसानों का बदला किस तरह से चुकाती है वह देखिए।
*उन्होंने बताया कि जब नया-नया बांग्लादेश बना था तब वहां भयंकर भूखमरी थी लोग भूख से मर रहे थे । उस वक्त इस्कॉन संस्था के संस्थापक स्वामी प्रभुपाद ने अपने अनुयाई बंगाली मूल के पंडित रविशंकर और मशहूर बैंड बीटल्स के संस्थापक जॉर्ज हैरिसन से अपील किया कि हमें बांग्लादेश के भूखे लोगों को मदद करनी चाहिए ।
*उसके बाद न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वायर पर जॉर्ज हैरिसन और रविशंकर ने सेव बांग्लादेश लाइव शो लाइव कंसर्ट का आयोजन किया पहले शो में ढाई लाख डालर इकट्ठा हुए जो इस्कॉन संस्था ने बांग्लादेश के भूखे लोगों को अनाज उपलब्ध कराएं।
*भवानजी ने बताया कि उसके बाद 3 महीने के अंदर इस्कॉन संस्था ने जॉर्ज हैरिसन और पंडित रविशंकर के सहयोग से पूरी दुनिया से 25 लाख डॉलर बांग्लादेश के भूखे नँगे लोगों के लिए इकट्ठा किए , 1971 में उस वक्त यह रकम बहुत बड़ी होती थी।
*उन्होंने बताया कि उसके बाद ढाका के इस्कॉन मंदिर में ही कई महीनो तक एक लाख से ज्यादा लोगों को खाना खिलाया गया इतना ही नहीं इस्कॉन के (श्रीकृष्ण)लोग गाड़ियों में खाना रखकर पूरे बांग्लादेश में भूखे लोगों को खाना देते थे।
*भवानजी ने कहा कि आज यह एहसान फरामोश कौम इस्कॉन के उस एहसान को भूल गई। जिसने इन भूखे नंगे को खाना और कपड़ा दिया उसी विशाल इस्कॉन मंदिर की एक-एक ईंट इन्होंने जला डाली और भगवानो की मूर्तियों को बेरहेमी से तोड़ा। जबकि इसी मंदिर से बांग्लादेश के भूखे नंगे लोगों का पेट 2 साल तक भरा गया था।
*भवानजी ने कहा कि उस दौरान भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत के लोगों पर अतिरिक्त कर लगाकर बांग्लादेश के लोगों की मदद की थी। लेकिन आज उसी देश के लोग बिना कारण गैर मुस्लिमोको निशाना बना रहे हैं इनका यह अमानवीय कृत्य पूरी दुनियां के समक्ष आ चुका है।