मुंबई – नितिन शर्मा एक छोटे से गांव से निकल कर ,आदिवासी क्षेत्र से अपनी शिक्षा शुरू कर मायानगरी मुंबई एवम विदेश में कार्य कर आज एक राष्ट्रीय पार्टी के बड़े पद और उसके बाद एक बड़े गृह राज्य राजस्थान का जिम्मेदारी लेने वाले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले )के राजस्थान प्रभारी एवम राष्ट्रीय नेता श्री नितिन कुमार जी से एक साक्षात्कार जिसमे उनकी शैक्षिक पारिवारिक,व्यवसायिक एवम कॉर्पोरेट जिंदगी में सेवाओं के बारे में जाना,श्री शर्मा एक मझे हुए राजनीतिक एवम प्रबंशकीय रणनीतिकार एवम युवा राष्ट्रीय नेक्त्रत्व है,आने वाले राजस्थान एवम तत्पशात्त लोकसभा चुनावो मे अहम भूमिका में रहेंगे.
पत्रकार – आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि एवम धर्म एवम परिवार के बारे में कुछ बताइए?
नितिन शर्मा आपका शुक्रिया,मेरा जन्म राजस्थान के उदयपुर में हुआ प्रारंभिक, एवम निवास स्थान समीप ही डबोक (मावली) के सरकारी स्कूल में हुई , शुरू के 9 साल का बचपन आदिवासी क्षेत्र झाड़ोल फलासिया में बीता जहा हमारे पिताजी स्कूल में प्रिंसिपल थे lआगे की शिक्षा भी उदयपुर में कॉलेज में ही हुईं , हिंदी भाषी स्कूल एवम सरकारी स्कूल में शिक्षा प्राप्त करते हुए हमेशा क्लास एवम् विद्यालय में प्रथम एवम 10 में भी सभी को टॉप करते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया .
इसके पश्चात समाजकार्य में अधिस्नातक , आईआईएम कोलकाता से मैनेजमेंट में अधिस्नातक एवम तत्पषात कानून में अधिस्नातक के साथ ही इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी , रिटेल , प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोर्स किए.
पत्रकार – समाजकार्य , कानून , प्रबंधन के जानकार होने पर इसके मेल में आप समाज के लिए क्या सोचते है?
नितिन शर्मा – 1947 में जब भारत अंग्रेजो से मुक्त हुआ एवम सभी रियासतों ने मिल कर अपना देश बनाया , आजादी के 75 वर्षो में विकास कार्य हुए है लोगो में जागरूकता आई है परंतु यह जागरूकता सकारात्मक होनी चाहिए , तभी समाज एक रह पाएगा .बहुत ही सुंदर संविधान बाबा साहेब आंबेडकर ने बना कर दिया जिसमे सम्पूर्ण विश्व से सारे अन्य देशों के सबसे मजबूत लोकतांत्रिक ढांचे को उन्होंने एक मूर्त रूप दिया है, भारत का हर नागरिक स्वावलंबी हो सशक्त हो , सरकार के कार्य का गांव में विकास के रूप में सामने आए यही प्रबंधन है, कानून का पालन होना जरूरी है संविधान का सम्मान होना जरूरी है. युवाओं को सकारात्मक रहना है एवम मिलजुल कर आगे बढ़ना है
पत्रकार -आपने पार्टी के अपने प्रभार में लगभग सारा राजस्थान गुम लिया है ऐसे में आप राजस्थान के विकास के लिए , यहाँ के गांवों के लिए युवाओं के लिए क्या सोचते है?
नितिन शर्मा – मैंने राजस्थान ही नहीं भारत के लगभग सारे राज्य अवम्नकई शहर गांव गुमे है,कम्युनिटी प्रोजेक्ट्स सार्वजनिक वितरण प्रणाली , आधार , फाइनेंशियल इंक्लूजन , पुलिस थानों का ऑनलाइन सिस्टम , आदि प्रोजेक्ट में मेने भारत के उस अंतिम नागरिक को , उसके परिवार को , उसकी समस्याओं को नजदीक से जाना है , राजस्थान अस्तव्यस्त है अभी विकास है परंतु मेरे नजरिया से देखा जाए तो प्रशासन कमजोर है, भ्रष्टाचार है, कई योजनाएं से तो लगता है कागजों में ही है, सरल उदाहरण आपको स्वच्छ भारत अभियान का बताता हूं अभी भी आप जब जायेंगे देखें जगह जगह गंदी के ढेर पड़े है उनका कोई निस्तारण नहीं है, बेरोजगारी भयंकर है, युवा नशे का आदी हो रहा है, सरकार शायद इस से बेखबर है की युवा नशे के जाल में जाकर अपने भारत का सारा भविष्य बिगाड़ देगा , जो मेहनती है उनका मनोबल टूटा हुआ है नौकरियां नहीं है, एग्जाम की तैयारी करे तो लास्ट में पेपर लीक हो जाते है, सिफारिश से अयोग्य उम्मीदवार चयनित है, नौकरी के अवसर अन्य राज्य के लोगो से भरे जा रहे है राजस्थान का युवा बहुत ही मजबूत है है परिस्थिति में रह सकता है , युवाओं को सही मार्गदर्शन चाहिए जो राज्य की सरकार शायद नहीं कर पा रही है.
में चाहता हु की नौकरी का पहला अवसर यह के युवा को मिले तभी वो परिवार चला पाएगा!
पत्रकार- देश की महिलाओं की प्रगति के बारे आपकी राय है!
नितिन शर्मा – 50% महिलाएं समाज में है , इसमें लगभग 35%ऐसी है जो 15 से 50 की उमर में है, समाज में महिलाओं की अपनी समस्याएं है, उनकी कहा सुनवाई है, सरल नजरिए से देखेंगे तो अभी भी कई जगह पर महिलाओं के लिए सार्वजनिक सुविधा केंद्र नही है वे कहा जाए ,किसी ने सोचा है, आपके साथ आपके घर की कोई महिला जो और किसी चौराहे पर बस का इंतजार करते हुए ये कहे की मुझे जाना है वो जा नही सकती , उनके स्वास्थ्य के बारे में नहीं सोचा है कई विद्यालयों में ये हाल है, उनके लिए सेपरेट पेशाब घर नहीं हे , विशेष दिनों में इनकी अलग समस्याएं हे, प्रॉपर काउंसलिंग सेंटर नही है , वे अपनी बात किसे जाकर कहे , कानून का डर न होने से बाहर निकले तो मनचलों से परेशान होती है।
बहुत समस्याएं हे जिन पर बहुत कार्य करना चाहिए यदि हमे सामूहिक विकास करना है, विकसित राष्ट्र बनाना है.
पत्रकार – बुजुर्गो के लिए आपकी क्या सोच हैं?
नितिन शर्मा – बुजुर्ग हमारे समाज की शोभा है आज जो युवा है वही कल बुजुर्ग होगा , आपको बताना चाहता हु की भारत अभी विश्व का सबसे युवा देश है परंतु यही देश एक समय सबसे बुजुर्ग देश भी होगा , ऐसे में बुजुर्गो के लिए कार्य करना है और करना चाहिए , उनके अनुभवों का लाभ लेना चाहिए , उनके स्वास्थ्य देखभाल के लिए फ्री कैंप लगाना चाहिए , युवाओं को उनका ध्यान रखना चाहिए, हर गांव कस्बे में बच्चो ,और बुजुर्गों के लिए रिक्रिएशन सेंटर बने , बगीचे बने जहा पर वे खुली हवा का आनंद ले सके . लाइब्रेरी बनेगी तो वे वहा पढ़ पाएंगे , हर कस्बे गांव में एक सार्वजनिक लाइब्रेरी का मेरा सपना है
हर जिले ले नशा मुक्ति केंद्र होना चाहिए जो की हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रामदास जी आठवले जो , सामाजिक न्याय एवम् अधिकारिता मंत्री भीं हैं के द्वारा सीनियर सिटीजन केंद्र , नशा मुक्ति केंद्र , घुमंतू लोगो के लिए फ्री आवास , सफाईकर्मी जो समाज में साफ सफाई का ध्यान रखते है उनके स्वास्थ्य एवम परिवारों के लिए अच्छी शिक्षा , नई तकनीक एवम् आर्थिक सहयोग का कार्य किया जा रहा है हम उनके लिए प्रयासरत है.
दलितों, गरीबो पर हो रहे अत्याचारों के लिए भी हम आवाज उठा रहे है और उसमे सभी का सहयोग मिल रहा है.
हमने आज युवा नेतृत्व , रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय नेता , कमेटी सदस्य , रणनीतिकार , प्रबंधन विशेषज्ञ एवम् कानून के जानकार एडवोकेट डा नितिन शर्मा के विचार लिए , को भारत के समाज के लिए बहुत अच्छे लगे . समाज में आगे विकास के लिए ऐसे युवाओं की , सोच की जरूरत है,
जनता को ऐसे लोगो को आगे लाना चाहिए
धन्यवाद.