फुलोरा फाउंडेशन NGO द्वारा महाराष्ट्र में वृक्ष दत्तक योजना की शुरुवात चंद्रपुर से हुई शुरू.

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महाराष्ट्र फुलोरा फाउंडेशन “NGO”ने दतक योजना के जरिये चंद्रपुर में वृक्षारोपण की बड़ी परियोजना की शुरुवात महाराष्ट्र राज्य के वन मंत्री श्री. सुधीर मुनगंटीवार जी की कल्पनाओं को आकर देकर तथा मा. बाबासाहेब आंबेडकरजी के धम्म चक्र दिन के अवसर पर पेड़ो को लगानेका कार्य 14 अक्टूबर को शुरू किया है।  फुलोरा फाऊडेशन चंद्रपुर में रास्तों के किनारे 1 लाख पेड़ो को लगाने साथ ही श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी बोटेनिकल गार्डन में ऑर्किड गार्डन और हिबिस्कस पार्क का निर्माण करनेकी शुरुवात कर दी गई हैं। इस योजना के जरिए लोगोंको रोजगार उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाएगा।फूलोंरा फाऊंडेशन के कार्यकारी विश्वस्त श्री बाबुभाई भवांनजी ने बताया।

इस योजना द्वारा लोग अपने परिजनों के याद में, अपनी कंपनी की पबलीसीटी और सोसायटी द्वारा झाड़ो का मेंटेनेंस सीएसआर फंड ( CSR Fund ) के जरिए करने की योजना तैयार की है।

फ्लोरा फाऊडेसन के कार्यकारी ट्रस्टी मुंबई के पूर्व डिप्टी मेयर बाबुभाई भवानजी और अध्यक्ष श्री अरुण सबनीस ने कहा कि अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने चाहिए। ऑक्सीजन देने और कार्बन डाइऑक्साइड को लेने के अलावा पेड़ पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं जिससे वायु शुद्ध और ताज़ी बनती है। जितने हरे-भरे पेड़ होंगे उतना अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन होगा और अधिक विषैली गैसों को यह अवशोषित करेंगे।आज जरुरत इस बात की है कि सभी लोग वृक्षारोपण करें।वृक्षारोपण महत्वपूर्ण क्यों है जिसके बिना जीव मात्र का अस्तित्व असंभव है।

इस कार्यक्रम को संबोधित करते चंद्रपुर के मुख्य वन रक्षक डॉ जितेंद्र रामगांवकर ने बताया कि पेड़ों को लगाना और पेड़ो की रक्षा करना ये एक महत्वपूर्ण काम है जो लोक सहभाग से अधिक गति से शानदार बनाया जा सकता हैं। इससे पर्यावरण को सुरक्षित करने का महत्वपूर्ण काम करने के फूलोंरा फाऊंडेशन प्रयास महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे बताया ये प्रयास यशस्वी बनाने केलिए जादासे ज्यादा कंपनियों को इस काम को सफल बनाने केलिए जुड़नेकी आवश्यकता है।

इस कार्यक्रम में उप वनरक्षक श्रीमती श्वेता बुडडू, सा बांधकम विभाग 2 के कार्यकारी अभियंता श्री. टांगलेजी, फूलोंरा फाऊंडेशन के विश्वस्त और csr व्यवस्थापक श्री गोपाल पाटील जी तथा जिला के अन्य सदस्यों ने भी पेड़ लगाने के लिए अपना योगदान दिया।

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