प्रयागराज ( करछना ) -करछना क्षेत्र के महेवा,पूरा कुंजल वैस में चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन व्यासपीठ पर विराजमान कथा व्यास शैलेंद्र जी महाराज ने श्रीमद्भागवत की महिमा का बखान किया।उन्होने कहा कि श्रीमद्भागवत की कथा मनुष्य के लोकजीवन में कर्तव्य,निष्ठा,सत्य वोध,समरसता,मर्यादा और मानवीय मूल्यों के प्रति जागरूक करती हुई मुक्ति और मोक्ष प्रदायिनी है।कथा के श्रवण मात्र से जीवन की गतिविधियों में सामान्य प्ररिवर्तन के साथ-साथ हमारा चिंतन और सोच भी प्रभावित होती है।कथा व्यास ने गोकर्ण और धुंधकारी की मर्मपूर्ण कथा के साथ-साथ भगवत भक्ति प्रहलाद की महिमा का बखान करते हुए श्रद्धालुभक्तजनों को भाव विभोर कर दिया।इस दौरान सती चरित्र और भरत चरित्र की कथा सुन श्रोता आह्लादित हो उठे।उन्होने कहा कि घर के किसी आवश्यक कार्य हेतु बडे बुजुर्गो की राय और सलाह के बिना कार्य में बाधा पैदा हो सकती है।अपनी संगीतमयी कथा के दौरान ज्ञान दायक गीत भजनों की प्रस्तुति से भी लोगों को आकर्षित किया।इसके पूर्व कथा श्रवण कर रही शिव देवी शुक्ला ने महापुराण और कथा व्यास का माल्यार्पण स्वागत किया।आयोजक सतीश शुक्ल ने कथा श्रवण करने आये लोगों के प्रति स्वागत आभार प्रकट किया।इस मौके पर बडी संख्या में श्रोता महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे।
मोक्ष दायिनी और मुक्ति प्रदायनी है भागवत कथाःशैलेंद्र जी महाराज
