
मुंबई – भारत में इमरजेंसी सेवा के रूप में 108 नंबर को जाना जाता है , गंभीर बीमारियों में मरीज को अस्पताल तक पहुंचाकर उसकी जान बचाने की जिम्मेदारी 108 नंबर एंबुलेंस का दायित्व है लेकिन क्या याद एंबुलेस सेवा आपतक पहुंच पाती है! और अगर इमरजेंसी सेवा को पैसा बनाने का साधन बना लिया जाए तो लाखों, करोड़ों लोगों की जान जा सकती है.कितना खतरनाक हो सकता है स्वास्थ्य सेवाओं को सिर्फ पैसा कमाने का साधन बनाना.
जरूरी है एक ऐसी व्यवस्था या कानून बनाने की जिससे कि नागरिकों को इमरजेंसी सेवाएं इमरजेंसी स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर सही प्रकार से उपलब्ध हो सके.
हाल ही में हो रहे एंबुलेंस सेवाओं में बड़े घोटालों की शिकायत और समय-समय पर इस बारे में विधानसभा में हमारे माननीय सदस्य द्वारा उल्लेख बहुत महत्वपूर्ण है.
मैं सरकार से प्रशासन से और हमारे माननीय नेताओं से मंत्रियों से आग्रह करूंगा इस मामले की गहराई को समझें और समय रहते अपना ध्यान इस सुविधाओं की तरफ केंद्रित करें.
यह बताना अति महत्वपूर्ण है कि हमारे देश में कुछ राज्यों में इस मामले में अभूतपूर्व कदम उठाए गए है.
मैं निवेदन करूंगा उन्हें हमारे प्रशासन से वह इस बात का ध्यान रखें कि एक्सीडेंट के समय इमरजेंसी के समय मरीज को तुरंत मेडिकल सहायता मिले एंबुलेंस मिले उनको उपचार का जरूरी साधन उपलब्ध हो और एंबुलेंस ड्राइवर एंबुलेंस कर्मचारी स्वास्थ्य कर्मी संवेदनशील हो स्वास्थ्य कर्मी और इमरजेंसी सेवा प्रदान करने वाले लोगों की इस बारे में मोरल पोलिसिंग करना बेहद जरूरी है.
स्वास्थ्य कर्मचारियों का और इमरजेंसी सेवा प्रदान करने वाले लोगों को जरूरी निर्देश दिए जाने चाहिए और उनका व्यवहार संवेदनशील हो इस बात को सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
दर्शकों हम आपको बताना चाहेंगे कि आए दिन सरकारों पर भिन्न भिन्न प्रकार के आरोप लगते हैं भ्रष्टाचार के आरोप सरकारों पर लगना एक आम बात है.
और पूर्व में समय-समय पर राजनीतिक दलों ने सरकारों ने कोई टेंडर ठेका प्राप्त करने के लिए कमीशन प्राप्त किया इस प्रकार के मामले आते रहे हैं
और आरोप सिद्ध भी होते रहे
यह कुछ नया नहीं है
और बहुत अधिक महत्वपूर्ण भी नहीं है.
जरूरी है हमें यह समझना की यह रिश्वत का खेल इतना खतरनाक न हो कि हमारे नागरिक मूलभूत सुविधाओं की जरूरी सुविधाओं से वंचित हो जाए.
हाल ही में हमारे पास प्राप्त हुई शिकायतें बहुत ही महत्वपूर्ण है संवेदनशील है यह शिकायत है महाराष्ट्र में एंबुलेंस सेवा समय पर नहीं मिलने की शिकायतें हैं
एंबुलेंस चलाने वाले ड्राइवरों का स्वयं का कहना है कि हमारी कंपनी भ्रष्टाचार में लिप्त है। और एंबुलेंस सेवा के लिए जरूरी उपकरण उपलब्ध नहीं है.
समय पर मरीजों को सेवा नहीं दी जा रही है यह मामला बहुत ही महत्वपूर्ण है संवेदनशील है.
*इस तरह की शिकायतों को गंभीरता पूर्वक लेना चाहिए*
और समय रहते उस पर जरूरी कार्रवाई होनी चाहिए इन्वेस्टिगेशन होनी चाहिए एंबुलेंस सेवा से मरीज की जान बचाई जा सके उनको जरूरी उपचार मिल सके यही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए.