महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मंगलवार (21 फरवरी) को शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ली. इस बैठक में एकनाथ शिंदे को पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. निर्वाचन आयोग ( चुनाव आयोग ) ने हाल ही में शिंदे गुट को ही असली शिवसेना (Shiv Sena) के रूप में मान्यता दी थी और उन्हें ‘तीर-कमान’ चुनाव चिह्न और शिवसेना नाम को आवंटित किया था. एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली बुलाई गई इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शिवसेना के विधायक, सांसद और अन्य नेता शामिल हुए.
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बैठक के बाद कहा कि आज हमने सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बैठक की. एकनाथ शिंदे हमारी शिवसेना पार्टी के प्रमुख होंगे. हम उन्हें शिवसेना के नेता के रूप में स्वीकार करते हैं. इस बैठक में पिछले छह महीने में सरकार के किए कामों का जायजा लिया गया.
उद्धव ठाकरे गुट चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ पहुंचा है सुप्रीम कोर्ट-
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट से चुनाव आयोग के आदेश को रद्द करने का अनुरोध किया है. अदालत बुधवार (22 फरवरी) को दोपहर साढ़े तीन बजे अर्जी पर सुनवाई करेगी. शिवसेना के दोनों गुट (एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे) पिछले साल ठाकरे के खिलाफ शिंदे के विद्रोह के बाद से पार्टी पर अपना दावा कर रहे हैं.
चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को माना असली शिवसेना
इस लड़ाई में चुनाव आयोग के शिंदे गुट को असली शिवसेना मानने के फैसले के बाद नया मोड़ आ गया. चुनाव आयोग ने कहा कि शिंदे का समर्थन करने वाले विधायकों को 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना के 55 विजयी उम्मीदवारों के पक्ष में पड़े वोट में से लगभग 76 प्रतिशत मत मिले. उद्धव ठाकरे गुट के विधायकों के पक्ष में 23.5 प्रतिशत वोट रहे.
उद्धव ठाकरे ने जताई नाराजगी.
उद्धव ठाकरे ने इस फैसले पर नाराजगी जताई और आरोप लगाया गया है कि उनका सब कुछ चुरा लिया गया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को भंग कर देना चाहिए और चुनाव आयुक्तों को लोगों की ओर से चुना जाना चाहिए. चुनाव आयोग को पार्टी फंड पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. ये तय नहीं कर सकता कि किसे क्या मिलेगा. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने कहा था कि उन्होंने पहले चुनाव आयोग से अनुरोध किया था कि निलंबित विधायकों के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक अपना फैसला टाल दिया जाए.
एकनाथ शिंदे ने किया स्वागत
वहीं सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए कहा था कि ये शिवसेना (Shiv Sena) के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के आशीर्वाद से हुआ है. हमने उनके आशीर्वाद से सरकार बनाई और उनकी विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं. इसलिए हम चुनाव आयोग के इस आदेश का स्वागत करते हैं. ये सच्चाई की जीत है, ये लोकतंत्र की जीत है.