उत्तर प्रदेश ( प्रयागराज ) भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ साहित्य प्रकोष्ठ प्रयागराज के सचिव वरिष्ठ साहित्यकार दयाशंकर प्रसाद को रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच के तत्वावधान में विगत दिनों विद्याभाष्कर सम्मान से अलंकृत होने पर बधाई दी गई।
उल्लेखनीय है कि हिन्दी संस्थान उ प्र द्वारा सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार दयाशंकर प्रसाद को उनके साहित्यिक अवदान के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया है जिससे भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के साहित्य प्रकोष्ठ में हर्ष व्याप्त है।
बता दें कि श्री प्रसाद को अंतर्राष्ट्रीय रायबरेली कवि महाकुंभ 2025 के कार्यक्रम में बाल साहित्यलेखन के ( बच्चों की दुनिया ) क्षेत्र में किये गए उत्कृष्ट कार्य के लिए विद्या भाष्कर सम्मान से अलंकृत किया गया। संस्था के राष्ट्रीय संस्थापक शिवनाथ सिंह शिव एवं सदस्यों ने अंग वस्त्र एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता दुबई से पधारी सुप्रसिद्ध साहित्यकार अमृत बिसारिया ने किया।
बाल पंखुड़ी , चिड़ियों की कचहरी ,खिलौने माटी के ,इनकी रचित बाल गीत संग्रह है। इनकी बाल गीत संग्रह की पुस्तक साहित्यांजलि प्रकाशन प्रयागराज द्वारा प्रकाशित हुई है जिसे अमिताभ बच्चन ने भी खूब सराहा है।
*”खिलौने माटी के” देखते ही बच्चन जी को बचपन की माटी याद आ गई:*
दयाशंकर प्रसाद को अग्निशिखा मंच, मुंबई द्वारा *साहित्य भूषण सम्मान* से भी सम्मानित किया जा चुका है। प्रसाद जी को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा हरिवंश राय बच्चन युवा गीतकार पुरस्कार भी मिल चुका है। मुंबई स्थित अमिताभ बच्चन जी के “जलसा” बंगले पर दयाशंकर प्रसाद उनसे मिले तथा उन्हें अपनी पुस्तक “खिलौने माटी के” एवं *भोरकी बेला “तथा एक आभार पत्र उनको अपने हाथों से भेट किया था।
दयाशंकर प्रसाद द्वारा रचित बाल कविताओं के संग्रह “खिलौने माटी के” देखने के बाद प्रयागराज एवं अपने बचपन को याद कर धन्यवाद एवं आशीर्वाद स्वरूप अपने ऑटोग्राफ दिया था।
श्री प्रसाद को बधाई देने वालों में डा० भगवान प्रसाद उपाध्याय, डॉ योगेन्द्र कुमार मिश्र विश्वबंधु, सर्वेश कांत वर्मा , रमेश कुमार शर्मा , केशव प्रकाश सक्सेना, डॉ राम लखन चौरसिया वागीश , श्रीराम तिवारी सहज , राम कुमार, विष्णुदेव पाण्डेय, सतीश मिश्रा आदि प्रमुख हैं।