पुणे -महाराष्ट्र के पुणे से लोकसभा के सांसद गिरीश बापट का बुधवार को देहांत हो गया. वह लंबे अरसे से गंभीर रूप से बीमार थे और दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर थे. बापट (72) पिछले कुछ महीनों से सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे, और उनका अस्पताल में डायलसिस भी किया जा रहा है. हाल में हुए कस्बा पेठ विधानसभा उपचुनाव में बापट नेजल कैनुला मशीन लगाए व्हीलचेयर पर बैठकर वोट देने मतदान केंद्र पहुंचे थे. बापट इस सीट से पांच बार विधायक चुने गए थे और 2019 में पुणे से सांसद बने थे.
भाजपा महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बुधवार को कहा कि पुणे के सांसद गिरीश बापट का निधन भारतीय जनता पार्टी के लिए एक बड़ा नुकसान है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि बापट गुरु और पिता समान थे, उनका जाना बड़ी क्षति है. पाटिल ने कहा, “यह हमारे जीवन से एक पिता के रूप में खोने जैसा है. पार्टी लाइन से परे उनकी दोस्ती और लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क अनोखा था. वह पार्टी और उसके विकास के लिए समर्पित थे. उनका निधन पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है.”
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बापट के निधन की खबर बेहद दुखद है. शरद पवार ने ट्वीट किया, “चार दशक के अपने लंबे राजनीतिक करियर में बापट ने हमेशा समावेशी रुख अपनाया.’’ नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने कहा, पुणे जिले ने एक ऐसा नेता खो दिया है जो सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखता था.’’ उन्होंने एक बयान में कहा, “बापत के निधन से राजनीति का एक संस्कारी चेहरा खो गया है.”